ॐ ह्रीं ऎं क्लीं श्री बगलानने मम रिपून नाशय नाशय ममैश्वर्याणि देहि देहि शीघ्रं मनोवान्छितं साधय साधय ह्रीं स्वाहा । ध्यान करै जो बन्ध्या नारी। पावै पुत्रादिक फल चारी।। सन्तशरण को तनय हूं, कुलपति मिश्र सुनाम। जिह्वाग्रमादाय करेण देवी, वामेन शत्रून परिपीडयन्तीम्। The Club represents the ability to regulate enemies, https://www.instagram.com/tantramantraaurvigyaan/reel/DA6ACEaONEJ/
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